शामगढ़ में सूफी संत श्री सिद्दीक आरिफ मदनी का 78वा जन्मदिवस मनाया गया








शामगढ़- हिंदुस्तान के सुविख्यात सूफी संत सिद्दीक आरिफ मदनी बाबा की विलादत (जन्मदिवस)
का आयोजन मन्दसौर जिले के शामगढ़ शहर में किया गया इसमें अन्य प्रदेशों से सूफी संत सिद्दीक बाबा के शिष्य उनके अनुयाई शामिल हुए अंतर्राष्ट्रीय सूफी संत श्री सिद्दीक बाबा की सदारत में हुए इस कार्यक्रम में कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये गये इसमें फातिहा (भोग अरदास) महफिल, भजन, प्रवचन, भंडारा शामिल रहें शामगढ गुलशने मदनी कमेटी के सदर जावेद हुसैन ने बताया कि सिद्दीक बाबा का जन्म राजस्थान के कोटा जिले के कैथून में 25 जुलाई सन 1944 को हुआ था। आप 14 साल की कमसीन उम्र में
















मसउद शाह मदनी बुराहनपुरी के शिष्य बन गए थे एवं 22 साल की उम्र में आपको मदनी बाबा द्वारा खिलाफ़त दी गई कादरिया शुत्तारिया शाखा के पहुंचे हुए सूफी संत अपने गुरु मदनी बाबा से आपको जीवन की नश्वरता और ईश्वरीय सत्य का ज्ञान मिला साथ ही ऐसे मार्ग पर बढ़ने की नसीहत मिली जिसे वो जीवनपर्यंत अपना मकसद मानकर चलें फकीराना लिबास, इबादत से भरपूर जिंदगी और रात को यादें इलाही में रहते आपने कई सालों तक अपने गुरु की खिदमत की उनकी जिंदगी मे हजरत मदनी बाबा का मुकाम सर्वोपरि था आपने अपने जीवन मे हिंदुस्तान के कोटा, केथुन, बारां, भवानीमंडी शामगढ, रतलाम, श्योपुर, पोहरी, इटावा (राजस्थान) भोपाल सहित देश के अन्य शहरों में आपने समय बिताया और आमजन को ईश्वरीय संदेश दिया हजरत सिद्दीक आरिफ बाबा आध्यत्मिक युगपुरुष हुए है परमहंस अवस्था पर पहुंचने के बाद उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन विश्वकल्याण में गुजारा कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के रतलाम , शामगढ़ राजस्थान के कोटा , इटावा श्योपुर ,भवानीमंडी , बूंदी सहित अन्य स्थानों से अंतरराष्ट्रीय संत श्री सिद्दीक बाबा के शिष्य, अनुयायी इसमें आयोजन में शामिल हुए।





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