मुंबई। कर्नाटक में हिजाब को लेकर जारी विवाद पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आदित्य ठाकरे ने कहा, स्कूल कॉलेज शिक्षा का केंद्र हैं, इनमें सिर्फ शिक्षा दी जानी चाहिए। यहां धार्मिक या अन्य तरह की चीजें नहीं लानी चाहिए।

आदित्य ठाकरे ने कहा, स्कूलों में जहां जहां यूनिफॉर्म है, वहां यूनिफॉर्म के अलावा किसी और चीज को जगह नहीं देनी चाहिए।
स्कूल कॉलेज शिक्षा का केंद्र हैं, वहां सिर्फ शिक्षा ही दी जानी चाहिए। स्कूल कॉलेजों में राजनीतिक, धार्मिक या इस तरह की किसी चीज को नहीं लाना चाहिए। उन्होंने कहा, शिवसेना की भूमिका स्कूलों में बस उत्तम शिक्षा की व्यवस्था करना है। इसी बीच एबीवीपी ने साफ किया है कि उन्होंने अनिवार्य ड्रेस कोड वाले स्कूलों या जूनियर कॉलेजों में छात्रों के हिजाब, बुर्का या भगवा शॉल पहनने के मुद्दे पर कोई अभियान नहीं चलाया है।
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बता दें कर्नाटक के स्कूल-कॉलेजों में धार्मिक लिबास हिजाब पर रोक के आदेश के बाद बवाल मचा हुआ है। विवाद कर्नाटक और वहां के स्कूलों-कॉलेजों से होते हुए देश के बाकी हिस्सों में पहुंच गया है। इसपर अब विभिन्न पार्टियों के राजनेता भी आमने-सामने हैं। दिल्ली-मुंबई में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।