कालेज में दो साल पहले लिया प्रवेश, न पंजीयन और न नामांकन, विद्यार्थियों ने सीएम हेल्पलाइन पर की शिकायत








इंदौर,। गुरु गोविंद सिंह ला कालेज की मान्यता को लेकर मामला उलझता जा रहा है। यहां से पढ़ने वाले विद्यार्थियों की परेशानी कम नहीं हो रही है। दो साल बीतने के बावजूद इन विद्यार्थियों का उच्च शिक्षा विभाग में पंजीयन नहीं हुआ है। यहां तक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) में नामांकन की प्रक्रिया अटकी हुई है। इन छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से गुहार लगाई है। महज दस दिन में एक दर्जन से ज्यादा शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर पहुंच चुकी है। मगर विश्वविद्यालय के अधिकारियों को कालेज से संबंधित जवाब देते नहीं बना रहा है, क्योंकि कालेज की मान्यता से जुड़ा विवाद इन दिनों उच्च शिक्षा विभाग अपने स्तर पर सुलझाने में लगा है। यही वजह है कि विश्वविद्यालय के अधिकारी विभाग से दिशा-निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे हैं।











कालेज में दो साल पहले लिया प्रवेश, न पंजीयन और न नामांकन, विद्यार्थियों ने सीएम हेल्पलाइन पर की शिकायत<br/><br/>




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दरअसल दो साल पहले कालेज की मान्यता, बिल्डिंग और शिक्षकों को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत हुई थी। मामले में विभाग इसके लिए कई बार कालेज से दस्तावेज मांग रहा था। लेटलातीफी करने और विद्यार्थियों के दवाब में विभाग ने बीते साल कालेज की मान्यता रद कर दी। फिर विश्वविद्यालय ने संबंद्धता निरस्त की। इस दौरान 2018-19 और 2019-20 में दाखिला ले चुके 144 विद्यार्थियों के सामने सकंट खड़ा हो गया। ये छात्र-छात्राएं एलएलबी पाठ्यक्रम वाले थे। इस बीच विश्वविद्यालय ने 112 छात्र-छात्राओं को अलग-अलग ला कालेजों में ट्रांसफर किया। प्रबंधन की विवि और विभाग से खींचतान होने से इन विद्यार्थियों को भारी नुकसान हो रहा है।





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पंजीयन और नामांकन के अलावा इन विद्यार्थियों की अभी तक फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा भी नहीं हुई है। बाद में प्रबंधन ने न्यायालय की शरण ली। उसके बाद विभाग ने मान्यता दोबारा दे दी। वहीं बाकी विद्यार्थियों को दूसरे कालेज में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया रोक दी। मामला उलझे होने से विश्वविद्यालय परीक्षा नहीं करवा रहा है। काफी परेशान हो चुके कुछ विद्यार्थियों की एलएलबी की पढ़ाई छोड़ दी है। एक से 15 फरवरी के बीच 14 विद्यार्थियों ने परीक्षा और पंजीयन नहीं होने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में कर रखी है। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवाती का कहना है कि ला कालेज और उच्च शिक्षा विभाग के बीच मामला उलझा है। इसके चलते अभी कोई निर्देश नहीं मिले है। विद्यार्थियों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर रखी है।











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