उज्जैन:- गुरुवार को उज्जैन में केंद्रीय भूतल सड़क परिवहन मंत्री द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में उज्जैन गरोठ 135 किलोमीटर लंबे फोर लाइन रोड का भूमि पूजन किया। रोड का निर्माण तीन अलग-अलग खंडों में तीन अलग-अलग कंपनियों द्वारा किया जाएगा। जिसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। अधिकतर भूमियों पर सरकार ने अधिग्रहण कर पोल खड़े कर दिए। लेकिन एक चौंकाने वाला खुलासा उज्जैन में हुआ है देखने को मिला है कि उज्जैन गरोठ प्रस्तावित फोर लेन पर 60 फीसद से ज्यादा जमीने दिग्गज नेताओं सहित बड़े बिल्डरों द्वारा खरीद ली गई हैं किसानों से ओने पौने दामों में जमीनों को खरीद कर कई गुना कीमत जमीनों की कर दी गई है जबकि भोले-भाले किसानों को कुछ नहीं मिला। इसमें सबसे चौंकाने वाली खास बात यह है कि फोरलेन रोड बनने से पहले ही दिग्गज नेता और बिल्डरों द्वारा किसानों से जमीनें खरीद ली गई। जमीनों की हुई रजिस्ट्रीयो से मामले में खुलासा हुआ है।
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उज्जैन उप पंजीयक संदीप घाटपाण्डे ने बताया कि उज्जैन के आसपास लगभग 21 गांव की भूमियों की गाइडलाइन बढ़ाने हेतु प्रस्ताव तैयार किया गया है दावे आपत्ति आमंत्रित किए गए हैं मध्यप्रदेश शासन से स्वीकृति मिलने के बाद 1 अप्रैल से प्रस्तावित फोर लाइन रोड से लगी भूमियों की नई गाइडलाइन लागू कर दी जाएगी जो वर्तमान गाइडलाइन से 10 फ़ीसदी अधिक होगी। प्रस्तावित फोर लाइन रोड का निर्माण डामर के स्थान पर सीसी से किया जाएगा। आने वाले समय में रोड बनने के बाद ओने पौने दामों में खरीदी गई किसानों की जमीन आसमान छूने लगेगी। मामले में सरकार को संज्ञान लेते हुए भू-माफियाओं और बिल्डरों पर कार्यवाही कर नकेल कसना चाहिए।।