छिंदवाड़ा। बोरगांव की पांच फर्मों में जारी जांच के बाद चार करोड़ 36 लाख की जीएसटी (GST) चोरी उजागर हुई है। मंगलवार को जांच पूरी होने के बाद अधिकारियोंं ने बकाया राशि फर्मों से जमा करवाते हुए आगे की जांच शुरु कर दी है। 28 फरवरी से लगातार बोरगांव की इन कंपनियों में जीएसटी का दल जांच कर रहा था।

पिछले दिनों जबलपुर, छिंदवाड़ा और बैतूल के संयुक्त दल ने बोरगांव की आफशोर पेट्रोल्यूस, आफशोर प्रायवेट लिमिटेड (private ltd.), आफशोर पेट्रोमेप, आफशोर कीमोक्स, इंडिया ट्रेड लिंक्स में छापामार कार्रवाई की थी। 28 जनवरी को अचानक दबिश देकर पांच सदस्यीय दल ने मंगलवार तक यहां दस्तावेजों की जांच शुरु की। जांच के बाद 4 करोड़ 36 लाख की जीएसटी चोरी उजागर हुई है। संयुक्त आयुक्त प्रहलाद कुमार पांडे ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद बकाया राशि जमा करवा दी गई है, मामले की आगे भी जांच की जाएगी।
ये थे जांच दल में वाणिज्य कर आयुक्त लोकेश जाटव, विशेष आयुक्त मुख्यालय राघवेंद्र सिंह के निर्देश पर संयुक्त आयुक्त प्रहलाद कुमार पांडे के नेतृत्व में छापामार कार्रवाई की गई। इस दल में डीसी एईबी जबलपुर सुनीता वर्मा, सहायक एसी बैतूल युवराज पाटीदार, एसी जबलपुर रविंद्र सनोडिया, एसी छिंदवाड़ा-2 उर्वशी गौतम, एसडीओ छिंदवाड़ा संतोष बघेल शामिल थे।