सिंचाई के बाद गांधीसागर जलाशय से मिलेगा मंदसौर-नीमच-रतलाम के 1735 गांवो में पेयजल


मंदसौर:- मंदसौर नीमच जिला गांधी सागर से लगा होने के बाद भी इन जिलों में गर्मी आती ही पेयजल संकट गहरा जाता है। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे-छोटे ग्रामीण क्षेत्रों में आती हैं जब महिलाएं सर पर दो से तीन बर्तन रखकर कोसों दूर से पानी भर कर लाती है। अब जल्द लोगों को मिलेगा चंबल का पेयजल।











गांधी सागर डैम
गांधी सागर










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मध्य प्रदेश सरकार के जल निगम भोपाल द्वारा रतलाम मंदसौर नीमच के 1735 गांव में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 2717 करोड़ की योजना तैयार करी है जिसके लिए मध्यप्रदेश शासन से प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद जल निगम द्वारा टेंडर जारी किए हैं। योजना को दो चरणों में पूरा करने की जल निगम भोपाल द्वारा कार्य योजना तैयार की गई है जिसमें गांधीसागर-1 व गांधीसागर 2 , योजना लगभग 3 साल में पूरी हो जाएगी जिसमें पहला चरण लगभग एक से डेढ़ साल का रहेगा। योजना में मंदसौर जिले के भानपुरा ब्लॉक के 84 गांव, गरोठ ब्लॉक के 194, सीतामऊ ब्लॉक के 233 गांव, मल्हारगढ़ ब्लॉक के 168 गांव एवं मंदसौर ब्लॉक के 216 गांव के साथ में नीमच जिले के मनासा ब्लाक के 196 गांव, जावद ब्लॉक के 265 गांव, एवं नीमच ब्लॉक के 188 गांवों के साथ में रतलाम जिले के आलोट ब्लाक के 191 गांव मिलाकर कुल 1735 गांव में पेयजल उपलब्ध कराने का जल निगम बोर्ड का ड्रीम प्रोजेक्ट टेंडर लगते ही 2 से 3 महीने में शुरू हो जाएगा। जिससे आने वाले समय में लोगों को पेयजल संकट से नहीं जूझना पड़ेगा। गांधीसागर बांध से पहले खेत नहर, उसके बाद सुक्षम सिंचाई परियोजना की सफलता के बाद गांधीसागर समूह जलप्रदाय योजना सरकार के लिए भविष्य में मील का पत्थर साबित होगी।।








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