सीबीआई छापे से सीएम शिवराज की नींद क्यों उड़ी?


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कुछ ही सालों में देश के जाने-माने कारोबारी बने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी ठेकेदार दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के मालिक दिलीप सूर्यवंशी के ठिकानों पर पड़े सीबीआई छापे से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की नींद उड़ी हुई है। सीएम शिवराज की नींद उड़ने के कई कारण हैं, लेकिन मुख्य कारण यह है कि 1988 में दिलीप बिल्डकॉन कंपनी बनाई गई और अब इस कंपनी का सालाना टर्नओवर दस हजार करोड़ 2019-2020 में था। अब आपको समझ आ गया होगा कि मुख्यमंत्री इन छापों से इतने बेचैन क्यों हैं? मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के इन छापों से बेचैन होने का दूसरा कारण यह भी है कि सीबीआई की इस रेड की भनक सीबीआई की भोपाल यूनिट को भी नहीं थी न ही मध्य प्रदेश पुलिस को और न ही किसी खुफिया एजेंसी इन छापों की जानकारी थी। मुख्यमंत्री तक इस छापे की खबर नहीं पहुंचे यही सबसे बड़ी तैयारी की गई थी छापा मारने से पहले। मुख्यमंत्री शिवराज की धड़कन बढ़ने का यह भी कारण है कि यह कहा जाता है कि दिलीप बिल्डकॉन कंपनी में मुख्यमंत्री की भी साझेदारी है। भले ही यह बात गलत हो या सही हो, लेकिन सूत्र तो यही कहते हैं कि इस कंपनी में सीएम के परिजनों का कुछ तो है। अक्टूबर में इसी कंपनी ने भोपाल में ताज लैकफ्रंट नाम से एक होटल भी बनाया है।





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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस होटल का उद्घाटन किया था। दरअसल दिलीप सूर्यवंशी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुराने और नजदीकी संबंध है। शुरुआती दौर में शिवराज सिंह चौहान की दिलीप सूर्यवंशी ने मदद भी की है। चुनाव में भी मदद मिलती है। यह चर्चा मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की राजनीति में है कि दिलीप बिल्डकॉन कंपनी पर छापों के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के बारे में भी कुछ नया खुलासा होगा। वैसे सीबीआई की ये रेड नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को 20 लाख रुपए रिश्वत देने के बाद हुई है।
भाजपा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विरोधी उनका राजनीतिक वजूद इन छापों से खत्म करना चाहते हैं। वैसे पीएम तक यह बात पहुंच चुकी है कि शिवराज सिंह चौहान की वजह से इस कारोबारी को बहुत फायदा होता है। इन्हीं सब कारणों से सीबीआई की इस रेड के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेचैन हैं।
अब सबकी नजर इस बात पर है कि इन छापों के बाद क्या-क्या उजागर होता है।


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