मंदसौर -: उपसंचालक पशुपालन विभाग द्वारा बताया गया कि भारत शासन मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा ’’आत्म निर्भर भारत’’ अभियान अंतर्गत पशुपालन अधोसंरचना विकास निधि की स्थापना की गयी है। जिसका उद्देश्य दुध, अण्डा एवं मांस के उत्पादन को बढावा देना असंगठित उत्पाद को संगठित कर बाजार उपलब्ध कराना एवं इनके प्रसंस्करण को बढावा देकर निर्यात बढाना है। जिससे उत्पादको की सही कीमत, उपभोक्ता को उत्तम सामग्री, बढती आबादी को प्रोटीन आवश्यकता की पूर्ति, कुपोषण का निराकरण एवं उद्यमिता को बढावा दिया जाकर नवीन रोजगार सृजन हो सकें। पशुपालन अधोसंरचना विकास निधि का लाभ व्यक्तिगत उद्यमी, निजी कंपनी, किसान उत्पादक संगठन, एवं कंपनी अधिनियम 8 में शामिल रहेगी।

निधि के तहत निम्न गतिविधियां शामिल रहेगी:
दुग्ध प्रसंस्करण इकाई एवं उत्पाद डाइवर्सिफिकेशन, मूल्य वर्धित डेयरी उत्पाद निर्माण जैसे- आइसक्रिम यूनिट, चीज निर्माण इकाई, फ्लेवर्ड दुध निर्माण इकाई, दुध पाउण्डर निर्माण इकाई, मांस प्रसंस्करण इकाई (भेड, बकरी एवं कुक्कुट मांस प्रसंस्करण),पशु आहार संयत्र की स्थापना- इसके अंतर्गत छोटे, मध्यम एवं बडे पशु आहार की स्थापना,कुल मिश्रित राशन निर्माण इकाई, बायपास प्रोटीन इकाई, खनिज लवण इकाई, साइलेज निर्माण इकाई एवं गौ-भैंस वंशीय, भेड एवं बकरी पशुओं की नस्ल सुधार तकनीक एवं नस्ल संवर्धन प्रक्षेत्र की स्थापना शामिल रहेगी। लोन एवं मार्जिनमनी- अधिकतम 90 प्रतिशत (वास्तविक प्रोजेक्ट लागत), हितग्राही अंशदान- 10 प्रतिशत, सभी लाभार्थीयों को लोन के ब्याज पर 3 प्रतिशत की छूट एवं ऋण का भुगतान- 8 वर्ष में (02 वर्ष का ऋण स्थगन शामिल) रहेगा।
जिले के समस्त किसान उत्पादक संगठन एवं व्यक्तिगत उद्यमीयों से अपील की जाती है कि वे अपना प्रकरण ahidf.udyamimitra.in पोर्टल पर दर्ज करावें। आवेदन भरने में किसी भी प्रकार की समस्या हो तो श्री विकास (सेडमेप) मो.न. 9599937207 सम्पर्क कर सकते है।